थक गई हूंँ मै तुम्हें समझाते -समझाते जाने कब तुम समझोगे मोल रिश्तो का पछताओग तब , जब सबकुछ खोदोगे जान जाओगे मोल..अनमोल रिश्तो के सच्चे रिश्तो का भरोसा ना तोड़ना कभी भरोसा ही तो है बंधन बेजोड़ रिश्तो के पैसों से क्यों तोलते हो तुम हर रिश्तो को दुनिया में नही कहीं कोई तोल रिश्तो के सच्चे रिश्ते देते हैं साथ जो दुख में दूर तक न समक्ष झूठा लिबास तू ओढ़ रिश्तो के अपनों को छोड़ जो तुम्हारे पास आयी हो न पवित्र ये धागा उनसे तू तोड़ रिश्तो के प्रभा देवी "आभा"🖋️ #prabha_ki_kavitayen #प्रभा_देवी_आभा #shayri #nojoto_hindi