इस सोच में कि सब अपना है,, अच्छा - बुरा चाहे जैसे भी है हालात , वो भी अपना है, पर कहते हैं ना,, बेखबर चलने से ही,, लगती है ठोकर,, खुलती हैं आंखें,, और आता है नज़र यहां कोई नहीं,, जो सिर्फ मेरा हो,, देख मेरी आंखों में चमक,, है ख़ुशी के या गम के समझ सके जो् बेख़बर चलते जाते हैं... #बेख़बर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi