Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो थी चेहचेहाती चिड़ियासी, फिर वो ज़ख़्म दिल पे खा

वो थी चेहचेहाती चिड़ियासी,
फिर वो ज़ख़्म दिल पे खा गई।
जिसकी बकवास सुनाता था जमाना,
वो आज गुमसुम सी हो गई।
वो खोयी रहती थी ख्वाबों में,
जो आज सच्चाई में खो गई।
नदी जैसी थी चंचल वो,
आज शांत समुंदर हो गई।
ये जनमे तूने दिखा दिया ना तेरा रंग,
आज फिरसे एक रानी “कहानी” हो गई।
❤️❤️Vaish-New❤️❤️

©Vaishnavi Pardakhe
  kahani ❤️ #girl

kahani ❤️ #girl #शायरी

468 Views