चाहतें तुझसे मिलने की दिन पर दिन बढ़ती जारी है तू नजर नहीं आता इन आंखों को तो यह थोड़ी घबरा सी जाती है बहुत दिन होगए है इन आखों को अपने प्यार को देखे हुए अब जल्दी से आजा ओ परदेसी तू इस दिल ने अब तेरे से मिलने की ठान ली है। ✓Ishitav @poetrysoul_999 ©Ishita Verma #BehtiHawaa