माना क़ि जीवन एक लम्बी यात्रा है. और यात्रा करने वाला यात्री भी नहीं चाहता क़ि उसकी यात्रा कभी थमे इसलिए कई बार वो मंद गति से चलने का प्रयास भी करता है ताकि गंतव्य उससे दूरी बनाये रखे और यात्रा की निरंतरता जारी रहे लेकिन कई यात्री ऐसे भी होते हैँ जो तेज गति से चलकर गंतव्य क़ेभी पार चले जाते हैँ और यात्रा क़े धीमी गति वाले आनंद से वँचित रह जाते हैँ ©Parasram Arora #गंतव्य.......