#ballet फरमान अपनी हदों में रहने का आ गया है,
अब वक्त अलविदा कहने का आ गया हैं.!!
शायरियों, ग़ज़लों, कविताओं में ढूंढना खुद को,
भारी मन से संदेशा दूर रहने का आ गया हैं!!
बांटी थी खुशियां कभी एक दूसरे से मिल के,
अब अपने अपने दुख सहने का आ गया हैं!!
कभी उड़ता रहता था तेरे ख्यालों में यू ही,
उसके लिए फरमान गमे समुंदर में बहने का आ गया है!! #SAD#2023Recap