जो बयां ना कर पाई होठों से, तो उसे मेरे लफ़्ज़ों से पढ़ लेना, जो कभी बयां ना कर पाई आँखों, तो उसे मेरे गिरते हुये आँसू से पढ़ लेना । और जो कभी बयां ना कर पाई मेरी खामोशी, तो मेरी बेचैनी से पढ़ लेना, अगर फिर भी ना पढ़ पाये मेरी बैचेनी, तो मेरी मुस्कान के पीछे मेरा दर्द पढ़ लेना । और अगर फिर भी मेरी मोहब्बत समझ ना आये, तो मेरी दिल की धड़कन सुन लेना ,क्योकि ये जब भी धड़कती है तो सिर्फ तेरा और तेरा ही नाम लेती है जो बयां ना कर पाई होठों से तो, उसे मेरे लफ़्ज़ों से पढ़ लेना, जो समझ ना आये मेरी मोहब्बत तो कुछ इस तरह उसे समझ लेना तुम।।।। #NojotoQuote जो कभी समझ न आये हमारी मोहब्बत तो उसे इस तरह समझ लेना।।