बेचैन सा देख कर खुद को कभी.. अधूरी ख्वाहिशों से ही इत्मिनान कर लेता हूँ..! .. मैं शायद ख्वाहिशों का "मुन्तज़िर" हूँ.. इसलिए ख़ामोशी से इंतेज़ार कर लेता हूँ..!! 😇😇😇 #muntazir