तेरी नादानियां कुछ इस कदर बढ़ रही हैं, कि मेरे चेहरे पर छायी हुयी उदासी को भी न देख पा रहा है, कल आंखों से सारा हाल जान लेता था, आज तगलीफ में भी मेरा हाल तक न पूंछ रहा है, इसे अपनी बदनसीबी कहूं या तेरी वादा खिलाफी, जहां मेरी मैय्यत पे लोग आंसू बहा रहे हैं, तू दूर खड़ा नजर आ रहा है।। #नादानियां#हाल#दूर#मैय्यत#आंसू#उदासी#तगलीफ