ए दोस्त यूं ना निराश हो ज़िन्दगी से एक मकड़ी हमें कितना कुछ शिका देती है नाज़ुक नज़ुक से करती है वो इक्खते धागे और एक बड़ा जाल बना देती है कुछ दिन कड़ी मेहनत करती है वो फिर सुकून से बैठ कर खाती है और ए दोस्त हम तो इंसान हैं क्या कुछ नहीं कर सकते जब एक मकड़ी अपनी सारी ज़िन्दगी एक ही जाले पर बयां कर जाती है prayag taj #Motivation ak makadi ki kahani