क्या मेरे जीवन मे. कभी आएंगे ऐसे भी दिन ज़ब मै जी पाऊंगा ऐसे जैसे हवाएं बहती हैँ जैसे नदी मे रवानी रहती हैँ जैसे उपवन मे फूल स्वतः खिल जाते हैँ. जैसे बादल गगन मे उमड़ पड़ते हैँ अभी तो खींचती हैँ कामनाये चुंबक की तरह अपने पाश मे ©Parasram Arora चुंबक #KarwachauthFast