Nojoto: Largest Storytelling Platform

कभी अपने आधे से कभी पूरे ज़ज्बात लिखते हैं किसी

कभी अपने आधे से कभी पूरे ज़ज्बात 
लिखते हैं 
किसी को सब कुछ अपना किसी से कैसे 
हुए थे जुदा वो सब हर बार लिखते हैं 
हम तो बस अपने दिल के हालत 
लिखते हैं 
कुछ को समझ मैं आयीं हमारी बातें 
कुछ हमें पागल बता कर हमें दुनिया के खिलाफ लिखते  हैं 
आज विश्व कविता दिवस पर हम आप सबको 
अपना परिवार लिखते हैं


आप सभी को कविता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

©inner peace poet
  #kavitadivas