विश्व हिंदी दिवस की मंगलकामनाओं के साथ... ये हिंदी भाग्य विधाता है। इन 52 वर्णो की माता है। वही तो आनंदमय है बस, जो इसे ओढ़ता बिछाता है। इसकी महिमा ऐसी है कि, अंधे को कृष्ण सुहाता है। घनानन्द के बिछड़े साथी से, 52 वर्ण ही मेल कराता है। देखो इसके वर्ण विन्यास को, ये दुनिया का सैर कराता है। बैठ जाऊं मै जो मित्रो में तो, मेरी हिंदी मां ही मेरी त्राता है, जो शिव का मात्र पुजारी है मां, वो भी नतमस्तक हो जाता है। सादर प्रणाम। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 ©Durgesh Tiwari..9451125950 #Hindidiwas sdt..whd ...