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मुरझा गए था,,,थे कल ही तो खिले ,,,तोड़ लिए जिसे मि

मुरझा गए था,,,थे कल ही तो खिले ,,,तोड़ लिए जिसे मिले,,,समझा नहीं दर्द उनका,,,सौंदर्य ही बना शत्रु जिनका,, नित तोड़े मसले जाते है ,,कांटे लेकर भी बच नही पाते है ,,,क्यों देख सुंदरता को बस निहारते नहीं,,,तोड़कर ही उनको सवरते सभी,,,उस महक उस सौन्दर्य से प्रेम करो,,तोड़ उसे न बर्बाद करो

©अनामिका
  उस महक ,उस सौंदर्य से प्रेम करो..

उस महक ,उस सौंदर्य से प्रेम करो.. #शायरी

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