White ✍️"एक नयी यात्ना" यात्नाओं की राहों में, सफ़र करते करते। यात्नाओं में ज़िन्दगी की बसर करते-करते। हर मोड़ यात्नाओं की। ये होड़ यात्नाओं की। पर्वत यात्नाओं के जंगल यात्नाओं के। सागर यात्नाओं के दलदल यात्नाओं के। रुदन यात्नाओं का, ये स्वर यात्नाओं के। बंजर यात्नाओं के, निर्झर यात्नाओं के। दूर किसी बस्ती में इक बोर्ड पर लिखा था "एक नयी यात्रा" चेहरे पर मुस्कान लिए चश्मा पहन के देखा तो उस पर भी लिखा था "➡️एक नयी यात्ना"। (*यात्ना= पीड़ा/दर्द) ©ऋतुराज पपनै "क्षितिज" #एक_नयी_यात्ना #Rituraj_Papnai #ऋतुराज_पपनै