उसके आने पे ज़िन्दगी में सुकुं मिला, और उसके जाने के बाद जीने का मकसद। साथ थी तो बेवजह सी लगी, दूर हुई तो अपनी मौजूदगी का एहसास करा गयी। अब भी है तो वो पास, लेकिन फिर भी नजाने क्यूं नहीं वो साथ। जब उसको मेरी फिकर खुद से ज्यादा थी, तब मेरे घमंड की ऊंचाई भी थोड़ी ज़्यादा थी। अब भी वो पास तो है पर साथ नहीं, लेकिन उसको वापस पाने की आस अब भी कम नहीं। दिल तो अब भी तुझे अपने सारे किस्से थोड़े झूट के तड़के के साथ सुनाने को करता है, पर न जाने क्यूं अब तुझे परेशां करने से दिल थोड़ा डरता है। #shayri #love #yaad