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shubhamshah9203
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Shubham Shah

नालायक

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Shubham Shah

एक वक्त कुछ यूं गुज़रा,
जैसे, मानो कभी मेरा था ही नहीं। #Time #समय #Hindi #shayri #Lines
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Shubham Shah

एक शाम जो मुस्कुराना सीखा जाये और अगली सुबह मुस्कुराने की वजह पे उलझा जाए क्या उसी को ज़िन्दगी कहते हैं? #International_Ask_A_Question_Day #ज़िन्दगी #Life #Problem
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Shubham Shah

जब निकला सूरज तो पहली किरण से इश्क़ हुआ,
दुपहरी में तेल निकला इतना की ढलते सूरज से भी द्वेष हुआ। #hindi #shayri #shayar #poem #ghajal #story
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Shubham Shah

अपनों को ही अपना सा नहीं लगता मैं,
अपनी जिम्मेदारियों के लिए जिम्मेदार नहीं लगता मैं।
ग़लती तो उनकी भी नहीं,
अपनी हर कोशिश में नाकाम हुआ मै ही।
जुबां पे उनकी हमेशा नालायक, नकारा, गैरजिम्मेदार ही रहा होगा,
मगर जानते हैं वो भी कहीं ना कहीं रोशन भी यही चिराग़ होगा। #story #poem #hindi #shayri #kavita
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Shubham Shah

तेरा आना भी बड़ा अजीब था,
तेरा बिछड़ना शायद यही नसीब था।
वक़्त तूने थोड़ा कम दिया,
पर ज़िंदगी भी बस मैंने उतना ही जिया।
काश कि मै जन्नत हो जाता,
समेट तेरी रूह को अपनी बांहों में ख़ुद में छुपा लेता।
यादों ने तेरी मुझे बड़ा ही तकलीफ़ दिया,
पर छोड़ आंसू पलकों में होंठो ने मुस्कुरा दिया। #hindi #poem #kavita
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Shubham Shah

हर रोज़ ज़िंदगी की खोज में ख़ुद को जगाता हूं,
ज़िंदगी साथ ही है चलती फिर भी उसे छू तक नहीं पाता हूं,
हर शाम मज़ुर की भांति श्रांत की कोख़ में सर रख सो जाता हूं। #hindi #shayri #poem #कविता #शायरी #poet #pyar #zindagi #ज़िंदगी

hindi shayri poem कविता शायरी poet pyar zindagi ज़िंदगी

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Shubham Shah

ज़िंदगी और जंग ऐ ज़िंदगी! तू तो ज़ालिम बड़ी बेवफ़ा निकली,
हजारों जंगे लड़ी तेरे खातिर,
और आज तू ही साथ छोड़ दूर निकली। #हिंदी #hindi #shayri
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Shubham Shah

#Pehlealfaaz अधूरे शहर की अधूरी कहानी,
अधूरा इश्क अधूरी जवानी।
रात तो पूरी थी,
बस नींद ही अधूरी थी।
आंसू भी पूरे भरे थे,
पर कमबख्त बहे अधूरे थे।
दिन भी पूरा था,
फिर भी हर काम अधूरा था।
पात्र हर कहानी के पूरे थे,
फिर भी हर कहानी अधूरी थी।
इस शहरी भीड़ की दौड़ में जिंदगी शामिल पूरी थी,
फिर भी जीत अधूरी थी। #shehar #शहर #hindipoem #poem #shayari
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Shubham Shah

हर रोज़ तू ख़ुद को थोड़ा थोड़ा तराश,
ताकि दिल ज़िंदा रहे। #quote #motivation #hindi
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Shubham Shah

उसको नाउम्मीदी के सागर में उम्मीदों का पतवार संभाले देख,
तूफ़ानों से उठती लहरों को भी अपनी ऊंचाइयों पर शर्म आने लगी हैं। #उम्मीद #motivation #positive #positivity #positivemotivation #motivational #hindi #shayari #poem
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