सब की जिल्लत क्यों सहते हो धिकारते खुद को मौन हो सब सहते हो किसीको तुम्हारी परवाह नहीं जमाने में तुम्हारा कोई अपना नहीं है। आए अकेले इस जहां में जाओगे भी अकेले इस जहां से। विश्वास कर विश्वासघात ही पाओगे खुद से खफा हो खुद को दुःख ही पहचाओगे। उठ कर डटे रहो, मुश्किल का सामना कर आसमान की उड़ान भरो। ख़ुद से ख़फ़ा क्यों रहते हो #ख़ुदसेख़फ़ा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi