एक दर्द उठा है सीने मे, सुकुन मिला है पीने में । लगता है मौत ही बेहतर है, क्या रखा है ऐसे जीने मे। ठेस लगी है दिल मे ऐसी ,कोई पास नही तन्हाई में । टुकड़े टुकड़े हो गये अरमा सारे, हम टूट गये जुदाई में । यु तो पत्थर से थे हम पहले,मोम बना पिघलाया है दिल मे जला के रौशनी, फिर उसने शोला भड़काया है एक आग लगी है सीने मे,सुकून मिला है पिने मे।।।। ©mr.vivek #BoneFire