Nojoto: Largest Storytelling Platform

जख्म दिलों में रखकर भी होठों पर मुस्कान रखते हैं ज

जख्म दिलों में रखकर भी होठों पर मुस्कान रखते हैं
जेब खाली हो भले हमारी खुशियों का ख्याल रखते हैं
तस्वूर एक ही आंखों में सदा उड़ान हमारी मुकम्मल हो
जहां की खाक छानकर हमारे कदमों में सारा जहां रखते हैं


प्यार होता अथाह समंदर सा पर नहीं कभी बयां करते हैं
हमारी नज़रों से ही वो सारे जहां का दीदार करते हैं
हम जो खुश रहते सारे गम को भूलकर चैन से सो जाते हैं 
वो पिता हैं साहब कहां कभी कोई मलाल रखते हैं

©Deepnarayan Upadhyay
  #FathersDay 
#lovelypeople