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कल की बातों को दिल से भुला दीजिए। अब हो सके तो जरा

कल की बातों को दिल से भुला दीजिए।
अब हो सके तो जरा मुस्कुरा दीजिए।।

गर रूठना है जरूरी तो रूठो मगर।
किस तरह मैं मनाऊं बता दीजिए।।

झुक गई क्यों शर्म से नज़र आपकी।
आपने परवाना बनाया मिटा दीजिए।।

चांद को चांद कहना खता है अगर।
शौक से आप मुझको सजा दीजिए।।

©Raj Guru
  #मुहब्बत_की_बातें  Subhash Chandra Nandani patel Reema Mittal  Anshu Pandey Akshita Maurya