बात इशारों की है इन्हे निगाहों पे छोड़ दीजिए पत्थर नहीं दिल है मेरा युंह न राहों पे छोड़ दीजिए यूँ रह रह कर दिल की धडकनों को न गिना करो ये ख्वाइशें है जिनकी उन बाहों पे छोड़ दीजिए ज़िन्दगी की कड़ी धुप में यादों को साया न बनाया करो ये इब्बादतें है जिनकी उन ज़ुल्फ़ों की पनाहों पे छोड़ दीजिए #nojoto #nojotofamily #gazal #shayari