कोरे पन्नों सी लिखी कहानीयाँ एक दास्तां बन गयी(2) मेरी अधूरी सी कहानी अधूरी ही रह गई.... कुछ अनसुनी कुछ अनकही,कितनी बातें कहनी थी उनसे(2), पर उन सारी बातों की लहरें,मेरे मन में ही रह गई, मेरी अधूरी सी कहानी अधूरी ही रह गई.... हर दर्द भरे मंजर को गुमशुम सी सह गयी, बाहर के शोर पे मेरी खामोशियाँ भाड़ी पड़ गई, होंठों पर मुस्कुराहट की कोशिश,पर आँखों में नमी, मन बैचेन सा था, थी अपनो की कमी। उनके लौंट आने के इंतजार में(2) कई घड़ियाँ बीत गई, मेरी अधूरी सी कहानी अधूरी ही रह गई.... हर जिद्द मेरी पूरी हो जाया करती थीं(2), नाराजगी जता कर भी इतना प्यार पाया करती थीं, पल दो पल में इतनी गहरी दूरी हो गई, उनके यादों के सहारे जीना मेरी मजबूरी हो गई, मेरी अधूरी सी कहानी अधूरी ही रह गई.... कोरे पन्नों सी लिखी कहानीयाँ एक दास्तां बन गयी, मेरी अधूरी सी कहानी अधूरी ही रह गई। - सृष्टि सिंह राजपूत #poetry #pain killer #kuchh adhuri kahaniya....#daughter's love..miss u #humesa