White नहीं हूँ मै उस कैलंडर की तरह जिस पर धूल चड़ चुकी हैँ जिसे तुमने कभी पलट कर देखा तक नहीं और जो फड़फड़ाता रहता हैँ दिन भर पंखे की हवाओ से या खिड़की से आते हवा के झोको से ©Parasram Arora नहीं हूँ मै