जुदा होकर उनसे हम खाक हो गए । गमों में जी कर, जिंदगी में बेबाक हो गए। मेरी खामोशियां हद में न रहीं तेरे ही जज़्बात बेशुमार हो गए। इस अंदाज से उठाई उसने लाश ए नवीन दुश्मन भी देखकर गमखार हो गए। क्या खूब जिंदगी का सिलसला चला बस तुझसे शुरू और तुझपे खत्म हो गए। ©Shyarana Andaaz जुदा होकर उनसे #holikadahan