ये नव वर्ष कुछ ऐसा हो नव उमंगे, नव रंग हो सफलताओं का शोर से हर एक नई भोर हो, उत्साह हो, नई चाह हो मंजिलों की ऐसी राह हो, सफलता के शिखर पे, अपनों की बाह हो,, स्नेह हो, अपनत्व हो, जीवन का ऐसा तत्व हो, सोये सपने जागृत हो हर पल नया उत्सव हो,, लक्ष्य सधे, दृढ संकल्प हो, जिवन में निराशा अल्प हो, निराशाओ के तम को चिरे उमंगे ही एकमात्र विकल्प हो, हर्ष हो, उत्कर्ष हो, खुशियों का स्पर्श हो, चाहते हो सारी पूरी दूर सारे संघर्ष हो,, चेत्र नवरात्र शुभ हो, माँ की कृपा खूब हो, उड़े मन माँ की भक्ति में, धर्म ध्वजा लहराता नभ हो,,, दूर उदासी, चेहरे पे हसीं हो भवर में जिंदगी ना फ़सी हो करे स्वागत नये साल का, दू बधाई ऐसी जो दिल में बसी हो ✍️नितिन कुवादे... ©Nitin Kuvade #Gudipadwa