ऐ समंदर क्या है तेरे अंदर बताते मुझे इस जिंदगीका सही मंझर बताते मुझे कैसे रखता है काबू में तू अपने आपको, गुजारीश तुझसे यही हुनर सिखादे मुझे.. ना जाने क्यु तुझसे लगता है रिश्ता मेरा, मेरी तर्हा तू हर घडी लढता लगता है मुझे हसता रहता है सुबह शाम दुनिया के सामने, तांडव है अंदर फिर भी सुकुन से लगता है मुझे.. (विनोद गणेशपुरे) #vbgpoemsworld #nojoto #sea