Nojoto: Largest Storytelling Platform

जीवन रंगमंच से कम नहीं कितने किरदार रोज बदलते हैं।

जीवन रंगमंच से कम नहीं
कितने किरदार रोज बदलते हैं।
फिर भी किसी के खोने का गम नही।
अपना चरित्र दिखा आगे बढ़ जाते लोग
कभी कभी तो मुखौटे को असलियत बताते लोग।
आना जाना रंगमंच का हिस्सा हैं।
जाने कितने रंग असल जीवन में दिखाते लोग।
अच्छी अदाकारी कभी भूले ना बिसराई जाती
लोगो के असल जीवन के व्यवहार भी स्मृति बन जाती।
जीवन भी रंगमंच से कम नहीं कभी हम कठपुतली बन तो 
कभी किसी और को कठपुतली बना मुस्कुराए जाते।

©Archana Chaudhary"Abhimaan"
  #रंगमंच