My Heart मैं रक्त हूँ गौतम, यूँ ही बेकार में बहना नही चाहता, मैं तो रगों में दौड़ना चाहता हूं। मेरी कमी से कोई मर जाता है, पल भर में सुंदर शरीर मिट्टी हो जाता है। परिवार से वो बिछड़ जाता है,उसपर निर्भर बिखर जाता है। दान मेरा कर दो गौतम, समय पर उसे, वो मौत से लड़ कर वापस आ जायेगा, जीवन अपने परिवार का वो बचा पायेगा। कुछ नही बिगड़ेगा तुम्हारा, दान कर के देखो मुझे अच्छा लगेगा। अनमोल शांति का अहसास होगा,अद्वितीय बल का संचार होगा। हृदयघात,मधुमेह तुम तक , आसानी से पहुंच न पाएगी। ब्लड प्रेशर नियंत्रित रह कर, तुम्हे स्वास्थ्य लाभ पहुंचाएगी। जितनी मात्रा मेरी गौतम दान करोगे, उतना मैं संचित हूं, तेरी रागों में दौड़ जाऊंगा, बस नब्बे दिनों के समय मे, फिर से संचित हो जाऊंगा। फिर से तुम एक बार, मेरा दान कर सकते हो, फिर से किसी माँ के लाल को, सलामती दे सकते हो। आशीर्वाद-दुआएँ तुम्हे मिलगी, तुम रक्त दानी कहलाओगे, गर्व होगा हर किसी को तुमपर , और तुम जीवन रक्षक बन जाओगे, गौतम तुम जीवन रक्षक बन जाओगे। ©Advocate Gautam रक्त दान महादान। हमारा अभियान।