White ऐसे भी क्या रहे मोहब्बत कि ख्वाबों में बस दर्द मिले, जिसे अपना समझा, उसी से बेवफ़ाई का ज़हर मिले। चाँद से भी खूबसूरत थे कभी उसके लफ़्ज़, अब हर बात में सिवाय शिकवे-शिकायत के असर मिले। ऐसे भी क्या रहे मोहब्बत कि दिल से दिल का वास्ता टूट गया, जिस पर थी जान न्यौछावर, वही दिल को रुला कर छूट गया। इश्क़ तो सिखाता है जुनून से जीने का सलीका, पर यहां तो मोहब्बत में हर रोज़ कुछ न कुछ कमज़ोर सा टूट गया। ऐसे भी क्या रहे मोहब्बत कि अब खुद से डर लगता है, किसी की निगाहों में प्यार नहीं, फरेब का ही रंग दिखता है। फिर भी इस दिल को मोहब्बत से शिकायत नहीं, क्योंकि टूटे दिलों में ही अक्सर सबसे गहरा इश्क़ दिखता है। ©UNCLE彡RAVAN #sunset_time