22 22 22 22 दिल की सोहबत देखी तूने। दिल की सूरत देखी तूने। जो था जाना तेरा अपना, वो ही रौनक़, देखी तूने। रिश्तों की सिलवट है कैसी, कैसी मूरत देखी तूने। रानाई तेरी उससे थी, वो जो सीरत देखी तूने। क्या इस साहिल पर मौजों की, ये जो शिद्दत देखी तूने। आजा फिर इस दिल में मेरे, ये जो ज़हमत देखी तूने। ♥️ Challenge-622 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।