जिदंगी की रील में हम कुछ यूँ उलझ रहे हैं, रियल जिंदगी को भूलते जा रहे हैं । मृग तृष्णा के पीछे भागे जा रहे हैं, हकीकत से हम मुंह चुरा रहे हैं । वो ज़िन्दगी जो रील में क़ैद हो कर रह जाती है... #ज़िन्दगीकीरील #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi