स्वागत है नववर्ष तुम्हारा, आशाओं से भरे पिटारा, हृदय कुंज में ज्योति पूँज सा हो अवतरण तुम्हारा, मंगल गीत बजे चहुंदिशि, ऐसा हो चरण तुम्हारा, पशु-पक्षी और मनुज सभी का सहजीवन हो प्यारा, शांति और प्रेम संवर्धन, जीवन लक्ष्य हमारा, गौरव गाथा विश्व पटल पर, लिखे स्वदेशी तारा, राम-राज्य सौभाग्य मिला, चमके हर एक सितारा, 'गुंजन' परमानन्द परस्पर, फैल गया उजियारा, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #स्वागत है नववर्ष तुम्हारा#