कैसे घर - घर उजियारा होगा कैसे घर - घर फूल खिलेंगे शिक्षा के गर यूँ ही दाम बढेंगे तो गरीब के बच्चे कैसे पढेंगे कैसे आगे देश बढ़ेगा कैसे नये कीर्तिमान बनेंगे शिक्षा के यूँ ही दाम बढेंगे तो गरीब के बच्चे कैसे पढेंगे एक बार दाखिला हो गया तो हर दिन नये चार्ज लगेंगे एक किताब की कीमत के हर साल दो गुणा दाम बढेंगे शिक्षा के गर यूँ दाम बढेंगे तो गरीब के बच्चे कैसे पढेंगे। कहते हैं, हम है यहाँ के ठेकेदार पहले हम अपनी जेब भरेंगे ना हम पर है कोई रोक - टोक ना ही हम पर कोई रूल चलेंगे "योगी" जी आपसे है ये विनती इन दानवो का आप कब संहार करेंगे ऐसे ही अगर इनके धंधे चलेंगे तो गरीब के बच्चे कैसे पढेंगे।।। जय - हिन्द ©Viren Kumar #Education #government #inflation #School