लिखुँ जितना भी, कम पड जाता है बताने को दिल से,दिल तक,दिल की बात पहुंचाने को मैं शायर भी हूँ और दीवाना भी ए दिल अधूरे पड़ जाते हैं अल्फ़ाज़ जताने को अधूरे अल्फाज #पारस #अल्फ़ाज़ #अधूरे