Nojoto: Largest Storytelling Platform

लिखुँ जितना भी, कम पड जाता है बताने को दिल से,दिल

लिखुँ जितना भी, कम पड जाता है बताने को
दिल से,दिल तक,दिल की बात पहुंचाने को
मैं शायर भी हूँ और दीवाना भी ए दिल
अधूरे पड़ जाते हैं अल्फ़ाज़ जताने को अधूरे अल्फाज
#पारस #अल्फ़ाज़ #अधूरे
लिखुँ जितना भी, कम पड जाता है बताने को
दिल से,दिल तक,दिल की बात पहुंचाने को
मैं शायर भी हूँ और दीवाना भी ए दिल
अधूरे पड़ जाते हैं अल्फ़ाज़ जताने को अधूरे अल्फाज
#पारस #अल्फ़ाज़ #अधूरे