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सफर में तुम्हारा अगर साथ मिलता... तो मंजिल मेरी मु

सफर में तुम्हारा
अगर साथ मिलता...
तो मंजिल मेरी
मुझको लगती हँसीं...

ये जन्मों की दूरी
सिमट पल में जाती...
तेरी बाहों में छिपकर
मुझको मिलता सुकूँ ।।

©Manjari Singh
  #सफरमेंतुम्हारा...👫

"मेरी डायरी मेरी कविता"

@मंजरी सिंह...✍🏻

#सफरमेंतुम्हारा...👫 "मेरी डायरी मेरी कविता" @मंजरी सिंह...✍🏻

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