नर्म मखमली बिस्तर पर लेटे हो और कल्पना वृहद लक्ष की करते हो. कलपनाये आकार लेगी एक दिन ऐसा तुम अक्सर सोचते हो ये चश्मीदीद वर्तमान तुम्हे बतलाएगा एक दिन कि वक़्त की कसौटी पर तुम कितने खरे उतरे हो ©Parasram Arora वृहद लक्ष्य #FindingOneself