सूनापन, तन्हाई और डर देखा हमने माँ के बाद सिसकता वो घर देखा हमने जैसे पत्थर में भी हमने रब देखा है वैसे इंसां में भी पत्थर देखा हमने झूठे वादे करना भी कितना आसां है बात से अपनी आज मुकरकर देखा हमने बीच सफर में छोड़ गया था हमें हमसफ़र रास्ते भर पीछे मुड़ मुड़कर देखा हमने शायर RK…✍️ . ©SHAYAR (RK) #nights