ये सर्द सुनहरी सुबह है, और ये सर्द सुनहरी सुबह है,,और रात जुदाई गुजरी है.वो चली गयी नाराज़ होकर,,एक दर्द तन्हाई गुजरी है. कैसी रोशन सुबह ये,आँखों में बारिश उमड़ी है.क्या बयां करूं दर्द-ए-दिल,जली खुद की चमड़ी है. प्यार मेरा रूठ गया,जहान सारा टूट गया,क्या करनी सांसों की दमड़ी है,ये सर्द सुनहरी सुबह है और रात जुदाई गुजरी है। #Sunhari_Subh #NojotoHindi #Nojotonews लेखक--अमनदीप सिंह(पंजाब) 💥((((((((((दर्द-ए-दिल))))))))))💥 ये सर्द सुनहरी सुबह है,,और रात जुदाई गुजरी है.वो चली गयी नाराज़ होकर,,एक दर्द तन्हाई गुजरी है.