गीत ----------------------------------- 16-16 मात्रा, अंत में गुरु लघु आधार छंद - "शृंगार" •••••••••••••••••••••••••••• लगा ले तम कितना ही जोर। उगेगा सूरज होगा भोर।। अँधेरा हो कितना भी स्याह। मिलेगी उसमें कोई राह। करें उल्लू कितना भी शोर। उगेगा सूरज होगा भोर।। रहे भरपूर आत्मविश्वास। परीक्षा हो जाएँगे पास। प्रयास खास हो और कठोर। उगेगा सूरज होगा भोर।। जलाए रखना आशा दीप। और मन आँगन को भी लीप। दृष्टि रखना प्राची की ओर। उगेगा सूरज होगा भोर।। #हरिओम_श्रीवास्तव# ©Hariom Shrivastava #NAPOWRIMO