आज फिर एक परिंदे ने ज़मी ने आसमां की और उड़ान भरी है मकसद उसका गगन को पंखो से नापना होगा, या गीरते हुवे इंसान को ताकना होगा... हौसले को फिर भी मेरा उसको सलाम हैं... आज दिन फिर इम्तिहान का होगा फैसला आसमां या इंसा की औकात का होगा, *** #अभय #परिंदे_की_उड़ान