मेरे प्यारे अधूरे सपनें अच्छा हुआ जो तुम पूरे न हो सके, अधूरे सपने , वरना मुझे नये सपने देखने की ख्वाहिशें ही नहीं आती । #sapne डॉ.अजय मिश्र विभूति गोण्डवी