फिर से रूठ गई है वो मुझसे इस क़दर, जैसे ढेर सारे सवाल मन में बिसरे बेसबर, और माथे पर शिकन भी है ठहरी इस क़दर, जैसे सांसे थम रहीं हैं जिस्म में हर पहर, के लबों पर बिखरे हैं अल्फ़ाज़ इस क़दर, जैसे भटक रहा है दिल बेवजह दर बदर, फिर भी प्यार आ रहा है उसे मुझपर हर नज़र , मैं सोचता हूं इश्क़ कर लूं अब उसे उम्र भर, ©राइटरRai #hindi #shayari #love #life #wod