ये जो तुम मुझे अधूरा सा सच बताते हो और कुछ नही महज मुझे तड़पाते हो तुम्हें क्या लगता है मुझे वो मालूम नही जो तुम मुझसे आधा सा सच छुपाते हो चलो बताओ क्या मैंने कभी पूछा तुमसे के जाना तुम रातभर किससे बतलाते हो और तो छोड़ो सब मैंने तो ये भी देखा है के तुम वो मेरी दी हुई अंगूठी छुपाते हो अरे बस कभी कुछ बोलता ही तो नही हूँ वरना सब पता है कहाँ क्या करके आते हो.. आदि #poetry #poem #Nojoto #love #nojoto