धुआँ धुआँ सी कहीं हो न जाये ज़िन्दगी, धुआँ-धुआँ सी कहीं हो न जाये ज़िन्दगी। कटी-पिटी सी कहीं खो न जाये ज़िन्दगी।। #ठा.सुभाष सिंह कटनी म.प्र.