ये आशोब मेरे अंदर का खत्म क्यूं नहीं हो रहा गए हुए तुझको एक अर्सा हुआ पर मै तुझसे जुदा क्यूं नहीं हो रहा ©Sagar 🌟 आशोब = उपद्रव #seaside