किसी से क्यों डरु मैं कोई नही किसी का फिर किसी का आश क्यों रखु मैं जीने का मौक़ा मिला है ज़ी भर के जियूँ मैं एक दिन सबको मर जाना है फिर मरने से क्यों डरु मै बेख़ौफ़ फिरूं मै बेख़ौफ़ फिरूं मै #बेख़ौफ़ फिरूं मैं