वृद्ध, वृक्ष,वर्ण और वर्ग के चिंतन से विनिर्मुक्त लोगों के ही पग वृद्धाश्रम की ओर हैं। ये वही लोग है जिन्होंने अपनी संतान और सम्पत्ति को छोड़ अन्यत्र चिंतन ही नहीं किया। ©M.N.Sahitya Sangh,Katihar Mn75 #वृद्धाश्रम