जिन्दगी का एक ओर वर्ष कम हो चला,कुछ पुरानी यादें पीछे छोड़ चला.. कुछ ख्वाईशैं दिल मे रह जाती हैं..कुछ बिन मांगे मिल जाती हैं .. कुछ छोड़ कर चले गये..कुछ नये जुड़ेंगे इस सफर मे .. कुछ मुझसे बहुत खफा हैं..कुछ मुझसे बहुत खुश हैं.. कुछ मुझे मिल के भूल गये..कुछ मुझे आज भी याद करते हैं.. कुछ शायद अनजान हैं..कुछ बहुत परेशान हैं.. कुछ को मेरा इंतजार हैं ..कुछ का मुझे इंतजार है.. कुछ सही है कुछ गलत भी है. कोई गलती तो माफ कीजिये और कुछ अच्छा लगे तो याद कीजिये। ©vinayak kumar pandey #अलविदा_दिसंबर