✍🏻😞बलात्कार मैं छोटी सी बच्ची अभी आई नहीं जवानी आई नहीं है अभी मेरे कोमल अंगों में उभारी। फिर भी मेरे अंगों को कुछ गन्दे लोगो ने मसल दिया तन और मन को पूरी तरह कुचल दिया। बड़े लोगो की इस दुनियां में मुझे बहुत डर लगता है अंकल ,भैया जैसे सभी के छूने से भी डर लगता है। बलात्कार की परिभाषा से मैं हूँ अब तक अनजान अच्छे-बुरे की मुझे अभी नहीं है कुछ पहचान। कोमल अंगों की पीड़ा को मैंने भी महसूस किया कुछ लोगो ने ऐसा रौंदा बचपन मेरा छीन लिया। हाथ जोड़कर मेरी विनती इतने भी दुराचार न करो जिस कन्या का पूजन करते हो इसका ही अपमान न करो। सपना परिहार✍🏻 ©Sapna Parihar balatkar #Anhoni